bhairav kavach - An Overview

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ॐ ह्रीं पादौ महाकालः पातु वीरासनो हृदि ॥ १३॥

ವಂದೇ ಬಾಲಂ ಸ್ಫಟಿಕಸದೃಶಂ ಕುಂಡಲೋದ್ಭಾಸಿವಕ್ತ್ರಂ



वन्दे बालं स्फटिकसदृशं कुण्डलोद्भासिवक्त्रं

೧೨

कूर्चद्वन्द्वं महाकाल प्रसीदेति पदद्वयम् ।

कालिका साधने चैव विनियोगः प्रकीर्त्तितः ॥ ७॥

ಸ್ಕಂಧೌ ದೈತ್ಯರಿಪುಃ ಪಾತು ಬಾಹೂ ಅತುಲವಿಕ್ರಮಃ

वैसे तो भैरव कवच का पाठ नित्य पूजा में बोलकर आसानी से किया जा सकता है, यदि कोई check here विशेष कामना हो, जैसे किसी तंत्र बाधा से रक्षा, परीक्षा में सफलता, चुनाव में विजय आदि तो इस विधि से भैरव कवच का पाठ करें।

ॐ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः



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